पार्वती कुंड कैसे पहुंचे

Parvati Kund Trek ज्यादा अधिक कठिन नहीं हैI पिथौरागढ़ से केवल 5 से 6 घंटे में पार्वती कुंड पहुंचा जा सकता हैI यह पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र के जोलिकोंग नामक स्थान पर हैI

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पार्वती कुंड के लिए कुछ जरूरी बातें

पार्वती कुंड आने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:

  • पार्वती कुंड मैं स्वच्छता का ध्यान रखें यहां पर बिल्कुल भी गंदगी ना फैलाएंI
  • ठंड से बचाव के लिए अधिक से अधिक कपड़े और स्लीपिंग बैग लेकर आएI
  • वे लोग ना आए जिन्हें ब्लड प्रेशर की दिक्कत है क्योंकि यह बहुत ऊंचाई पर है यहां पर उनका ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा हो सकता हैI
  • पर्यटन की दृष्टि से आने वाले व्यक्ति कृपया मदिरा जैसी चीजों का सेवन न करेंI

पार्वती कुंड कैसे पहुंचे

पार्वती कुंड आने के लिए सबसे पहले आपको पिथौरागढ़ आना होगा यदि आप उत्तराखंड के बाहर से आ रहे हैं तो तो आप काठगोदाम तक ट्रेन में आ सकते हैं उसके बाद आप टैक्सी या बस से पिथौरागढ़ सकते हैंI

आप चाहे तो डायरेक्ट हवाई जहाज के माध्यम से पिथौरागढ़ आ सकते हैं पिथौरागढ़ से आगे आपको धारचूला जाना होता है जिसके लिए आप प्राइवेट टैक्सी या बस में जा सकते हैं या फिर अपना कोई पर्सनल वहां आप ले जा सकतेI

धारचूला तहसील से आपको परमिशन लेना होता है उसके बाद ही आप आगे जा सकते हैंI धारचूला से मात्र दो से तीन घंटे में आप पार्वती कुंड पहुंच जाएंगेI

पार्वती कुंड की आध्यात्मिक मान्यताएं

पार्वती कुंड आध्यात्मिक तौर पर पूजनीय स्थान है ऐसा माना जाता है कि यहां पर माता पार्वती स्नान करके तपस्या करती थी और उनकी तपस्या पूरी हुई तो उनका विवाह महादेव के साथ हुआI

ऐसी मान्यता है कि इस जगह को माता पार्वती और महादेव का आशीर्वाद प्राप्त है कि जो भी इस जगह पर जाकर तपस्या करता है उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैI जिस उद्देश्य से वह तपस्या करता है वह उद्देश्य जरूर पूरा होता हैI

जब महादेव माता पार्वती के साथ विवाह के लिए बारात लेकर आ रहे थे तो वह इसी रास्ते से होकर गए थे इसीलिए इसे हम पार्वती कुंड के नाम से जानते हैंI इस जगह को माता पार्वती का मायका भी कहा जाता हैI यहां से आदि कैलाश के दर्शन होते हैंI

पार्वती कुंड की एक मुख्य विशेषता यह है की जो भी व्यक्ति या फिर किसी भी व्यक्ति को यदि कोई भी चर्म रोग है वह यहां आकर स्नान करेगा तो उसका रोग समाप्त हो जाएगाI जो कोई भी व्यक्ति यहां आकर स्थान या फिर हाथ में होता है इसका फायदा उसके चेहरे और शरीर पर देखने को मिलता हैI

पार्वती कुंड पर रहने की व्यवस्था

वर्तमान समय में पार्वती कुंड में कोई भी होटल सुविधा नहीं है आपको रहने के लिए यहां पर यहां के स्थानीय लोगों का सहारा लेना होगाI यहां के स्थानीय लोग बड़े प्यार से पर्यटक को रखते हैं कृपया करके जो भी यहां जाएं तो यहां के स्थानीय लोगों को परेशान ना करें क्योंकि यह आपको अपने घर में ही स्थान देते हैंI

कैंपिंग की दृष्टि से आपके लिए यह स्थान सबसे अच्छा है क्योंकि यहां पर आप ट्रैकिंग कर सकते हैं सुबह-सुबह उठकर आदि कैलाश के दर्शन कर सकते हैं यहां के स्थानीय लोगों का रहन-सहन देख सकते हैं और लोगों को भी दिखा सकते हैं कि वे लोग इतनी ठंड और इतनी ऊंचाई पर भी कैसे सरवाइव कर लेते हैंI

अंत में बस इतना कहेंगे कि यदि आप पार्वती कुंड आएंगे तो आपको मन की शांति प्राप्त होगी जो आजकल की भेदभाव वाली दुनिया में नहीं मिलती यहां आकर कुछ समय ध्यान लगाकर देखें आपको विशेष प्रकार की अनुमति होगीI ऐसा नजारा आपने कभी नहीं देखा होगा के सामने पर आपको आदि कैलाश के दर्शन होंगेI

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